Description
Bhairav Shabar Mantra is a powerful and revered mantra associated with Lord Bhairav , a fierce manifestation of Lord Shiva . This mantra is believed to have protective and transformative qualities, often often chanted for spiritual growth , courage ,and overcoming obstacles. It's important to approach such mantras with respect and a clear intention , seeking guidance from knowledgeable sources for proper pronunciation and usage.
bhairav shabar mantra
ॐ काला भैरु ,कपिला केश | काना कुण्डल भगवा वेष |
तीर पतर लियो हाथ , चौसठ जोगनिया खेले पास |
आस माई , पास माई | पास माई ,सीस माई |
सामने गादी बैठे राजा , पीडो बैठे प्रजा मोहे |
राजा को बनाऊ कुकड़ा | प्रजा बनाऊ गुलाम |
ॐ गुरुजी काला भैरु कपिला केश , काना मदरा , भगवा भेस |
मार - मार काली पुत्र | बारह कोस की मार , भूताँ हात कलेजी खूँहा गेडिया |
जहाँ जाऊ भैरुँ साथ | बारह कोस की रिद्धि ल्यावो | चौबीस कोस की सिद्धि ल्यावो |
सूती होय तो जगाय ल्यावो | बैठा होय तो उठाय ल्यावो |
अनन्त केसर की भारी ल्यावो | गोरा - पार्वती की बिछिया ल्यावो |
गेल्याँ की रस्तान मोह , कुवे की पणिहारी मोह , बैठा बणिया मोह ,
घर बैठी बणियानी मोह , राजा की रजवाड़ मोह , महिला बैठी रानी मोह |
डाकिनी को , शाकिनी को ,भूतनी को , पलीतनी को , ओपरी को , पराई को ,लाग कूँ , लपट कूँ , धूम कूँ
धक्का कूँ , पलिया कूँ, चोड कूँ , चौगट कूँ , काचा कूँ, कलवा कूँ , भूत कूँ , पालित कूँ , जिन कूँ , राक्षस कूँ ,
बरिया को बरी कर दे |
नजराँ जड़ ते ताला , इत्ता भैरव नहीं करे ,
जो पिता महादेव की जटा तोड़ तागड़ी करे , माता पार्वती का चीर फाड़ लंगोट करे |
चल डाकिनी , शाकिनी ,चौडूँ मैला बाकरा ,देस्यूं मद की धार , भरी सभा में धूं आने लगाई बार ?
खप्पर में खाय , मसान में लोटे , ऐसे काला भैरुं की कुण पूजा मेटे |
राजा मेटे राज की जाय , प्रजा मेटे दूध -पूत की जाय , जोगी मेटे ध्यान की जाय |
शब्द सांचा , ब्रह्म वाचा , चलो मन्त्र ईश्वरो वाचा ||
हनुमान भैरव मंत्र
ॐ नमो भगवते हनुमते नमः |
प्राचीन भैरव मंत्र
ॐ ह्रीं बटुकाय आपदुद्धारणाय कुरु कुरु बटुकाय ह्रीं ॐ |
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